देहरादून: उत्तराखंड की मशहूर अभिनेत्री गीता उनियाल का मंगलवार रात को अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक अभिनेत्री गीता पिछले चार सालों से कैंसर से जूझ रही थीं। कुछ समय पहले उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए सफल ऑपरेशन की बात भी बताई थी। उन्होंने लिखा था कि आप सबके प्यार आशीर्वाद दोस्तों की दुआओं से ऑपरेशन कामयाब रहा। गीता तेजी से रिकवर कर रही थीं, लेकिन दुर्भाग्य से सफल सर्जरी होने के बाद गीता एक बार फिर कैंसर की चपेट में आ गईं। अब उनके निधन की सूचना आई है।
दरअसल उत्तराखंडी फिल्मों की जानीमानी अभिनेत्री गीता उनियाल पिछले कई वर्षों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। उन्हें 2020 में ब्रेस्ट कैंसर हुआ था। एक बार सफल सर्जरी होने के बाद दोबारा वह कैंसर से ग्रसित हो गईं। गंभीर बीमारी होने के बावजूद भी उन्होंने काम के प्रति अपने लगाव को कभी कम नहीं होने दिया। हाल ही में रिलीज हुई जय मां धारी देवी में भी उन्होंने शानदार अभिनय किया है। फिल्म में उनके काम को देख कर कभी नहीं लगा कि वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थी।
गीता नौपटिया घघरी, स्याली रोशनी, तेरी खुद समेत कई उत्तराखंडी गीतों में अभिनय करती नजर आ चुकी हैं। वीर भड़ माधो सिंह भंडारी नृत्य नाटिका में मुख्य नायिका उधिना की बेहतर भूमिका निभाने वाली गीता का उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री में 20 साल का सफर रहा। इस दौरान उन्होंने मेरु गौं, कन्यादान, खैरी का दिन, जय मां धारी देवी समेत करीब 15 उत्तराखंडी फीचर फिल्मों तथा 300 गढ़वाली म्यूजिक एल्बम में काम किया। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म जय मां धारी देवी में भी उन्होंने शानदार अभिनय किया था। उनके निधन की दुखद खबर से समूचे फिल्म जगत के साथ ही पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके अचानक चले जाने से उत्तराखंड के संस्कृति जगत को भारी नुकसान हुआ है।