टोक्यो ओलंपिक का 16वां दिन भारत के लिए ऐतिहासिक दिन रहा है। आज भारत का 13 साल का इंतजार खत्म हुआ है और भारत को ओलंपिक इतिहास में ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा का पहला गोल्ड मिला है। ये इतिहास रचा है भारत के जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने। चोपड़ा ने भारत को टोक्यो ओलंपिक में पहला गोल्ड मेडल दिलाया।
आज भारत को रेसलिंग में बजरंग पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक का छठा मेडल दिलाया। इसके अलावा ये भारत का चौथा ब्रॉन्ज मेडल है। इससे पहले 2012 लंदन ओलंपिक में भारत ने 6 मेडल जीते थे। इसी के साथ भारत ने लंदन को पीछे छोड़ दिया है। ये भारत का टोक्यो में 7वां पदक है।
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फाइनल राउंड में नीरज के आसपास भी कोई खिलाड़ी नहीं देखने को मिला। इस स्पर्धा के पहले थ्रो में नीरज ने जहां 87.3 मीटर तक थ्रो फेंक कर नंबर एक पोजीशन बना ली थी। वहीं दूसरे थ्रो में उन्होंने इससे भी ज्यादा 87.58 मीटर तक थ्रो फेंक कर अपनी स्वर्ण पदक की पकड़ को और मजबूत किया।
अदिति शुक्रवार को खत्म हुए तीसरे राउंड के बाद दूसरे स्थान पर थीं। अदिति आज चौथे राउंड में टॉप-4 में बनी हुई थीं। लेकिन अपने आखिरी शॉट में बर्डी हासिल करने की कोशिश की और वह नाकाम रहीं। केवल एक स्ट्रोक ने उनसे मेडल छीन और वह चौथी आई। अमेरिका की नैली कोर्दा ने गोल्ड मेडल जीता।
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