बीते शनिवार सुबह एक ऐसा मेल आया जिसने पूरे सिस्टम को हिला कर रख दिया। दुनिया का सात अजूबे में से एक और प्यार की सबसे बड़ी निशानी ताजमहल को उड़ाने की धमकी मिली।
दरअशल सुबह करीब 7 बजे केरल से भेजे गए एक ईमेल ने दावा किया कि ताजमहल को दोपहर 3:30 बजे आरडीएक्स से उड़ाया जाएगा। मेल का नाम था ‘सव्वाकू शंकर’। ये ईमेल दिल्ली पुलिस यूपी टूरिज्म और तमाम अफसरों तक एक साथ पहुंचा। बस फिर क्या था सुरक्षा एजेंसियों ने बिना वक्त गंवाए अलर्ट मोड ऑन कर दिया।
सीआईएसएफ, ताज सुरक्षा पुलिस, बम डिस्पोजल स्क्वाड, डॉग स्क्वाड और पुरातत्व विभाग सभी ने मोर्चा संभाल लिया। ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर सख्ती और बढ़ा दी गई। जो पर्यटक अंदर जा रहे थे उनसे पेन जैसी छोटी चीज़ें भी बाहर ही रखवा ली गईं। पूरे परिसर में कड़ी निगरानी शुरू हुई। गुंबद, मस्जिद, चमेली फर्श, बाग, गलियारे एक-एक कोना छाना गया। लेकिन कुछ संदिग्ध नहीं मिला।
जांच में पता चला कि ये धमकी भरा मेल फर्जी था यानी हॉक्स कॉल। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने पुष्टि की कि मेल में जो दावा किया गया था उसका कोई आधार नहीं मिला।फिर भी मामला हल्के में नहीं लिया गया। साइबर थाने में केस दर्ज हो गया है। मेल भेजने वाले की तलाश शुरू हो चुकी है।
ताजमहल इस वक्त पूरी तरह सुरक्षित है। लेकिन ये घटना बता गई कि किसी भी कीमत पर लापरवाही की गुंजाइश नहीं है। एसीपी ताज सुरक्षा, सैयद अरीब अहमद ने जानकारी दी कि इस तरह के मेल देश के और भी हिस्सों में भेजे गए हैं। जांच साइबर सेल के हाथों में है। पर्यटकों में डर न फैले इसलिए तलाशी को मॉक ड्रिल बताया गया। लेकिन हकीकत ये है कि तीन घंटे तक देश का सबसे बड़ा ऐतिहासिक स्मारक खतरे की जद में था।