मसूरी: रविवार को मसूरी देहरादून मार्ग पर दर्दनाक हादसा हो गया। एक रोडवेज बस खाई में गिर गई, जिसमें 40 लोग सवार थे। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए है। मृतकों के परिजनों को सरकार की तरफ से चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों का उपचार कराना सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार घटना की जानकारी ले रहे हैं।
लेकिन हादसे को लेकर कई सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। मसूरी से चली बस के चालक की हरकतों को देखकर शुरुआत में ही सवारियां आशंकित हो गई थीं। घायलों के अनुसार चालक नशे में लग रहा था। कई जगह ऐसा लगा कि वह बस से नियंत्रण खो देगा। हुआ भी ऐसे ही। वहां न तो कोई बड़ा मोड़ था और न कोई बाधा। चालक ने एक हाथ से स्टेयरिंग संभाला हुआ था और दूसरे से मुंह में गुटखा डालने लगा। इसी बीच बस खाई की ओर चली गई।
हादसे में घायल हुए दिल्ली के जितेश बस में इंजिन बोनेट के समानांतर बनी सीट पर बैठे हुए थे। जितेश को ज्यादा चोटें नहीं आई हैं। उन्होंने दून अस्पताल में मीडिया को चालक की हरकतों के बारे में बताया। जितेश के अलावा भी कई अन्य घायलों ने चालक के नशे में होने और अजीब हरकतें करने की बात कही। घायलों ने बताया कि बस चालक काफी नशे में लग रहा था। वह ठीक से बोल भी नहीं पा रहा था। बस को चलाते ही उसने तेज आवाज में गाने बजाने शुरू कर दिए। इन गानों पर वह झूम भी रहा था। बीच में कई मोड़ आए। वहां भी उसने अजीब तरह से गाड़ी मोड़ी। हर बार लगा कि टकरा जाएंगे। हर बार ऊपर वाले का शुक्रिया अदा किया। अभी बस को चले हुए 15 से 20 मिनट ही हुए थे कि चालक ने एक हाथ से स्टेयरिंग पकड़ा और जेब से गुटखा निकाल लिया। उसने मुंह से गुटखे का रैपर फाड़ा और मुंह में डाला। अगले ही पल बस खाई में चली गई।
मैक्स अस्पताल में आए घायल मुकुल सिसौदिया ने बताया कि वे आगे की तरफ खिड़की के पास बैठे हुए थे। ऐसा लगा कि जैसे चालक को बस चलानी ही न आती हो। हादसे में घायल छह बच्चों को दून अस्पताल में लाया गया था। बच्चों को काफी चोटें थीं। एक बच्चे ने चंचलता में पुलिस अधिकारी से कहा कि अंकल ड्राइवर हमें गिराकर भाग गया। पुलिस अंकल आपने उसे पकड़ा क्या। सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
आगरा निवासी मुकुल सिसौदिया की शादी बीती 15 फरवरी को हुई थी। वह पत्नी रजनी के साथ ट्रेन से दो दिन पहले देहरादून पहुंचे थे। इसके बाद बस से ही मसूरी गए। वहां दो रात ठहरने के बाद इस बस में सवार हुए थे। मुकुल ने बताया कि वह खाई से अपनी पत्नी के साथ खुद ही बाहर आ गए थे। लेकिन, ऊपर आकर बेहोशी जैसी हालत हो गई। ऐसे में उन्हें छह अन्य घायलों के साथ मैक्स अस्पताल लाया गया। लेकिन, कुछ देर बाद अस्पताल से उन्हें छुट्टी दे दी गई। मुकुल ने बताया कि वह अपने घर इकलौते बेटे हैं। भगवान का लाख-लाख शुक्रिया कि उन्होंने हम दोनों के साथ अन्य लोगों की भी जान बचा ली।