हरिद्वार: श्रावण मास के दौरान प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले कांवड़ मेले की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। वर्ष 2025 में भी शिवभक्तों का जनसैलाब उत्तर भारत की सड़कों पर उमड़ने वाला है। इसी क्रम में प्रशासनिक स्तर पर कई ज़रूरी निर्णय लिए गए हैं। श्रावण कांवड़ मेले के दौरान दिन-प्रतिदिन शिवभक्त कांवड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि होती है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में ट्रैफिक डायवर्जन और मार्ग बंद किए जाने की स्थिति बनती है। इसी भीड़भाड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों में छुट्टी का बड़ा फैसला सामने आया है।

हरिद्वार जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कांवड़ मेले की चरम अवधि 14 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक रहेगी। इस दौरान विद्यार्थियों की आवाजाही और सुरक्षा को देखते हुए सभी सरकारी व गैर-सरकारी विद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों, तकनीकी संस्थानों और आंगनबाड़ी केंद्रों में भौतिक कक्षाएं स्थगित रहेंगी। हालांकि, शैक्षणिक गतिविधियां पूरी तरह बाधित न हों, इसके लिए उक्त अवधि में ऑनलाइन शिक्षण कार्य जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों से आदेश के कड़ाई से अनुपालन की अपेक्षा की गई है।
इस निर्णय का सबसे बड़ा असर हरिद्वार जनपद में देखने को मिलेगा, जहां पर कांवड़ मेला सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला होता है और सड़कों से लेकर घाटों तक भारी जनसंचार रहता है।