सोशल मीडिया के बाद अब सड़कों पर उतरे युवा, कहां उत्तराखंड में बने सशक्त भू कानून

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देहरादून: आज भारी संख्याबल में राजधानी देहरादून के युवाओं ने बीते महीने से सोशल मीडिया पर राज्य में शसक्त भू-कानून की मांग के लिए ज़मीनी स्तर पर उतरते हुए राज्य आंदोलनकारी संगठन सहित नेहरू कॉलोनी से प्रदर्शन रैली निकालते हुए विधानसभा तक आयोजित की।

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जिसमे प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने राज्य सरकार व नवनिर्वाचित युवा सीएम पुष्कर धामी से अपील करी कि वे युवाओं की मांगों पर गौर करे और राज्य में बाहरी धनाढयों व लोगो द्वारा ह्यो रही बेतहाशा ज़मीन खरीद-फ़रोख़्त पर रोक लगाने के लिए पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश की तर्ज़ पर भू-कानून को राज्य में लाए, जिससे पहाड़ी किसान अपनी ज़मीन का स्वयं मालिक बना रहे व देवभूमि की संस्कृति व अस्मिता से भी कोई छेड़-छाड़ न हो।

प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने प्रदेश सरकार से इसी मॉनसून सत्र के दौरान शशक्त भू-कानून को त्वरित गति से लागू करने की मांग की अन्यथा न होने की एवज़ में राज्य सरकार को आगामी विधानसभा चुनावों में प्रदेश के लाखों युवाओं की ओर से चुनाव बहिष्कार की चेतावनी भी दे डाली।

वहीं प्रदर्शन में शामिल मातृशक्तियों ने युवाओं की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की आकांक्षाओं को लेकर आज रैली में सम्मिलित हुई हैं। साथ ही महिलाओं ने कहा आज जिस तरह से प्रदेश में बेरोज़गारी चरम पर है और हमारे बच्चों को अन्य राज्यों में रोज़गार के लिए जाना पड़ रहा है जबकि बाहरी राज्यों के धनाढयों द्वारा हमारे पहाड़ी किसानों की जमीनों को औने-पौने दामों के ख़रीदकर भूमिविहीन किया जा रहा है। इससे अब राज्य की युवा पीढ़ी के प्रति उन्हें अब चिंता सताने लगी है।

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे युवाओं में शामिल आशीष नौटियाल ने कहा जिस प्रकार वर्ष 2018 में तत्कालीन त्रिवेंद्र रावत सरकार द्वारा भू-कानून में बदलाव कर पहाड़ो व मैदानी इलाकों में ज़मीन की खुली बिक्री की छूट प्रदान की गई। उसे त्वरित गति से वापस लिया जाए व ‘उत्तरप्रदेश ज़मींदारी एवं भूमि सुधार अधिनियम’ में बदलाव कर पहाड़ी राज्य की संवेदनशीलता को देखते हुए राज्य के पहाड़ी किसानों की आर्थिकी को सुदृढ व बेहतर बनाने के लिए कृषि-बागवानी जैसी नीतियों में बदलाव किया जाना चाहिए जिससे राज्य की वर्षो पुरानी गंभीर समस्या पलायन पर भी रोकथाम लग सके।

प्रदर्शन में शामिल युवाओं में आशीष नौटियाल, सौरभ सेमवाल, आशीष नेगी, प्रज्वल जोशी, मनीष पांडेय, आशीष रंगर , रोहान भरद्वाज सहित भारी संख्याबल में युवा रहे. वही युवाओं का समर्थन देने के लिए मंजू कोटनाला, इंदु नवानी, नीमा रौथाण,सरिता कठैत दीपिका नयाल सहित कई महिलाएं पहुँची. साथ ही युवाओं का समर्थन करने पहुँचे राज्य आंदोलनकारी संगठन के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती सहित अन्य राज्य राज्य आंदोलनकारी भी भारी संख्याबल में मौजूद रहे।

 

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