हल्द्वानी: चार पहले एक युवक अचानक गायब हो गया था। उसकी पुलिस और परिजन तब से ही तलाश कर रहे थे, लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। अब चार साल बाद पुलिस को एक कंकाल मिला है। कंकाल के पास आधार कार्ड भी पड़ा था, जिससे युवक की पहचान की गई है। कंकाल जंगल में लकड़ी बीनने गई महिलाओं को मिला, जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गईं।
ये भी पढ़ें:JOB ALERT: उत्तराखंड में इन विभागों में निकली सरकारी भर्तियां, जल्द करें आवेदन
रामपुर रोड स्थित टांडा जंगल में लकड़ी बीनने वाले ग्रामीणों ने कंकाल मिलने की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद कंकाल के पास मिले आधार कार्ड के अनुसार शव की शिनाख्त बागेश्वर निवासी हरीश चंद्र जोशी के रूप में की। हालांकि, कानूनी रूप से डीएनए टेस्टिंग के बाद ही सही जानकारी मिल पाएगी।
फिलहाल पुलिस शव को हरीश चंद्र जोशी का ही मानकर चल रही है। ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर जाकर जांच-पड़ताल की। वहां खोपड़ी के साथ में कुछ हड्डियां पड़ी थीं। मौके पर पुलिस को एक आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड में हरीश चंद्र जोशी निवासी (42) बागेश्वर लिखा हुआ था।
टीपी नगर चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने बताया कि जानकारी जुटाने पर पता चला कि हरीश चंद्र चार साल पहले बिंदुखत्ता अपनी बहन के घर आया था और लापता हो गया। बताया कि इसकी गुमशुदगी लालकुआं कोतवाली में भी दर्ज है। कंकाल मिलने की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है।