देहरादून: भाजपा ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल से भी उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। भाजपा से हटाने के बाद हरक सिंह रावत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने इतना बड़ा फैसला लेने से पहले एक बार भी उनसे बात तक नहीं की। उन्होंने ये भी साफ किया कि अगर मैं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल न हुआ होता तो चार साल पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे चुका होता। हरक रावत ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि भाजपा ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है।
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हरक सिंह रावत ने साफ तौर पर कहा कि बीजेपी वाले केदार बाबा की कसम खा लें कि मैंने उन्हें कहा हो कि मुझे टिकट दे दो मैंने कहा कि मेरी बहू जो लैंसडाउन में अच्छा काम कर रही है उसको टिकट दे दो मुझे देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा मैं परिवारवाद के खिलाफ हूं लेकिन मेरी बहू को टिकट मैंने जरूर मांगा था साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेकर कहा कि मुझे मुख्यमंत्री से बहुत सहयोग मिला। हरक सिंह रावत ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि न जाने कैसे यह इतना बड़ा देश चला रहे हैं इनके पास इंटेलिजेंस है सीबीआई है सब कुछ है पूरा तंत्र इनके पास है और एक झूठी खबर में इन्होंने मुझे पार्टी से निकाल दिया।