चमोली: उत्तराखंड का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कुछ महिलाओं की पीठ पर घास की गठरी लेकर जा रही हैं और पुलिसकर्मी उनसे घास की गठरी छीनते हुए नजर आ रहे हैं। पहाड़ में पशुओं के लिए सिर औऱ पीठ पर घास की गठरी ले जाती महिलाओं की तस्वीरें आम हैं लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि पुलिस ने महिलाओं से घास की गठरियां छीन लीं …!
दरअसल ये वीडियो उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ का है। यहां पर टीएचडीसी की पीपलकोटी विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के डंपिंग जोन से चारा पत्ती लेकर आ रही महिलाओं की पुलिस और सीआईएसएफ की महिला जवानों से तीखी झड़प हुई।
पुलिस डंपिंग जोन को प्रतिबंधित बताते हुए महिलाओं से यहां से चारा पत्ती न लेने को कहा जबकि महिलाओं का कहना है कि यह उनकी चारापत्ती की भूमि है और यहीं से चारापत्ती लेकर जाएंगे। इसी को लेकर महिलाओं और जवानों के बीच झड़प हुई और पुलिस वानों ने चारों महिलाओं से जबरन चारा पत्ती के गठ्ठर छीन लिए। इसके बाद पुलिस महिलाओं को जबरन वाहन में बिठाकर जोशीमठ थाने लेकर ले आई और चालान करने के बाद उन्हें छोड़ दिया।
दरअसल टीएचडीसी की ओर से हेलंग के पास राजस्व भूमि को डंपिंग जोन बनाया गया है। यहां पर जमीन का समतलीकरण करने के बाद उसमें कई निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं, जिसका हेलंग गांव के कुछ परिवार विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनकी गौचर और चारा पत्ती की भूमि है। 15 जुलाई को गांव की तीन महिलाएं और एक पुरुष इस जगह से चारा पत्ती लेकर आ रहे थे। हाईवे पर आने पर उन्हें सीआईएसएफ और पुलिस के जवानों ने रोक लिया। जवानों ने उनसे जबरन चारा पत्ती के गठ्ठर छीने और उनको जोशीमठ थाने लाया गया, जिसमें मंदोधरी देवी, लीला देवी, संगीता भंडारी और विपिन भंडारी शामिल थे।
महिलाओं का आरोप है कि उनको जबरन छह घंटे तक पुलिस वाहन और थाने में बिठाने के बाद 250-250 रुपये का चालान कर छोड़ा गया। उनका कहना है कि इस जमीन से वह मवेशियों के लिए चारा पत्ती लेकर आते हैं। उन्होंने चारा पत्ती और मवेशियों के चरने के लिए उपयुक्त स्थान चिह्नित करने की मांग की।
वहीं जोशीमथ थानाध्यक्ष विजय भारती ने कहा कि हेलंग में कुछ परिवारों की ओर से सरकारी भूमि पर कब्जा किया गया है। यहां खेल मैदान और अन्य विकास योजनाओं का निर्माण प्रस्तावित है। निर्माण कार्य के दौरान ये महिलाएं चारापत्ती लेने गई थीं। शांति व्यवस्था बनाने के लिए उन्हें वाहन से थाने में लाया गया। उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया गया।