देहरादून: पहाड़ी अनाज पौष्टिकता का खजाना हैं। बात स्वाद की हो या फिर सेहत की। ये हर पैमाने पर पूरी तरह खरे उतरते हैं। पहाड़ में मिलने वाला मंडुवा एक ऐसा ही सुपरफूड है। कोरोना काल में भी लोगों ने बीमारी से लड़ने और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए मंडुवे का इस्तेमाल किया और इसके शानदार नतीजे भी दिखे। अब देश तो देश विदेशों में भी लोग पहाड़ी मंडुवे की मांग कर रहे हैं। वही इस बार दिवाली में महिला समूहों द्वारा इन दिनों मंडुवे के लड्डू, बर्फी, गुलाब जामुन और देव भोग प्रसाद तैयार किया जा रहा है। मंडुवे से तैयार की जा रही इन मिठाईयों की खरीद के लिए लोग ऑर्डर भी दे रहे हैं।
देहरादून रिंग रोड स्थित हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट के कार्यालय में इन दिनों महिलाएं दिवाली के लिए मंडुवे से मिष्ठान तैयार कर रही हैं। पारंपारिक अनाज को विशिष्ट पहचान देने व इसके संरक्षण के लिए कार्य कर रही हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट महिला समूहों की मदद से बाजार की मांग की अनुसार उत्पाद तैयार कर रहा है।
ये भी पढ़ें:दून में हुनर हाट का सीएम धामी और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने किया शुभारंभ
हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट के संस्थापक गोविंद सिंह ने बताया कि पारंपरिक अनाजों के उत्पाद लोगों तक पहुंचाने के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं। बतौर त्योहारी सीजन के चलते इन दिनों लोग मिठाईयों की खूब खरीदारी करते हैं। तो क्यों न पौष्टिकता से भरपूर मिठाईयां बाजार में लोगों को उपलब्ध कराई जाएं। गोविंद सिंह ने बताया कि हमारे पहाड़ी अनाज में कितनी ताकत है, यह हम जानते हैं, लेकिन धीरे-धीरे हम इन्हें छोड़ते जा रहे हैं। अब फिर से लोगों को पहाड़ी अनाज का महत्व समझना होगा और इसे अपनाना होगा।
गोविंद सिंह ने कहा कि इस दिवाली पारंपरिक अनाज से बनाए प्रसाद को देवभोग के रूप में लगाएं और लड्डू, बर्फी, गुलाब जामुन का स्वाद लें। ट्रस्ट के साथ इस वक्त बीस महिलाओं का समूह सक्रिय है। जो कि मंसा देवी, चंडी देवी के लिए भी भोग का प्रसाद तैयार करती हैं। महिलाओं द्वारा तैयार किए जाने वाले इस स्वादिष्ट भोग प्रसाद की भी खूब मांग बढ़ रही हैं।