देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता परिवर्तन की रवायत को तोड़ते हुए बड़ी जीत दर्ज की है। बीजेपी ने राज्य की 70 विधानसभा सीटों में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की तो कांग्रेस 19 सीटें ही जीत पाई जबकि बसपा ने दो सीट और दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली।
उत्तराखंड की 70 सदस्यों वाली नई विधानसभा में 19 विधायक यानी सदन के कुल सदस्यों के 27 फीसदी आपराधिक रिकॉर्ड वाले हैं। जीतने वाले सभी विधायकों के चुनावी नामांकन पत्र के साथ जमा किए गए हलफनामे खंगालने के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के अध्ययन से खुलासा हुआ है।
14 फीसदी यानी 10 विधायकों के खिलाफ संगीन अपराध में संलिप्त रहने के आरोप में मामले दर्ज हैं। बीजेपी के 47 विधायकों में से 8 और कांग्रेस के 19 विधायकों में से 8 के खिलाफ आपराधिकक मामले दर्ज हैं।
वहीं, बहुजन समाज पार्टी के दो विधायकों में से एक और निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते दो विधायकों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, अपहरण, रेप, महिलाओं के प्रति अपराध जैसे गंभीर अपराध के आरोपों का सामना करने वालों में बीजेपी के 5, कांग्रेस के 4 और और 2 निर्दलीय विधायक हैं।
अभी इस बात पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और उत्तराखंड इलेक्शन वॉच साझा अध्ययन कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश और निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद कितनी पार्टियों ने अपने कितने उम्मीदवारों के क्रिमिनल रिकॉर्ड अपनी पार्टी की वेबसाइट के होमपेज, स्थानीय अखबारों और अन्य मीडिया प्लेटफार्म पर साझा की या नहीं…?