हरिद्वार: हरिद्वार से दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उत्तराखंड पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड में है। राज्य की एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां भी दोनों आतंकियों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं। पता लगाया जा रहा है कि दोनों आतंकी किस-किसके संपर्क में थे और किसे फंड भेज रहे थे। आतंकियों की योजना के बारे में पता लगाने का प्रयास भी किया जा रहा है। इन आतंकियों को उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) (UPATS) ने गिरफ्तार किया है। ऐसे में एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां लगातार उत्तर प्रदेश एटीएस के संपर्क में हैं। एसटीएफ के डीआइजी सेंथिल अबुदेई कृष्णा ने बताया कि मामला अति संवेदनशील है।
उत्तर प्रदेश एटीएस ने बीते दिनों अलकायदा के इंडियन सब कांटिनेंट माड्यूल अलकायदा बर्र-ए-सगीर और उसके सहयोगी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े आठ आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इन आतंकियों के हरिद्वार से भी गहरे कनेक्शन सामने आए। इसके बाद हरिद्वार से बांग्लादेश मूल के अली नूर और रुड़की निवासी मुदस्सिर को गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों की मानें तो दोनों आतंकी, संगठन गजवा-ए-हिंद की विचारधारा से जुड़े थे और फंड की व्यवस्था कर आतंकियों को भेजते थे। इन आतंकियों से उत्तर प्रदेश में ही पूछताछ की जा रही है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस लगातार उत्तर प्रदेश पुलिस के संपर्क में है। सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। जो भी सहयोग मांगा जा रहा है, वह दिया जा रहा है। एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां उनके संपर्कों को खंगाल रही हैं। इसके लिए हरिद्वार के जिस क्षेत्र से दोनों को पकड़ा गया, वहां खुफिया तंत्र सक्रिय है।