राज्य सरकार द्वारा युवाओं के अधिकारों पर डाका डाला जा रहा: राजेंद्र सिंह बिष्ट

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देहरादून: आज उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ राजेंद्र सिंह बिष्ट द्वारा युवा प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें दिनेश नेगी सुबोध नौटीयाल, मनोज नेगी एवं बृज मोहन सज्वाड़ को केंद्रीय महामंत्री, अरविंद बिष्ट, उत्तम बिष्ट, गोविंद अधिकारी, मनोज कुमार, राकेश भट्ट, प्रेम पडीयार, प्रीति थपलियाल, दीपक भाकुनी, गोपाल कुलीयाल, श्याम सिंह रमोला को केंद्रीय सचिव की जिम्मेदारी सौपी गई।

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इसके साथ संदीप जोशी, विनीत सकलानी, बिशन कंडारी, प्रांजल खण्डूरी को केंद्रीय संगठन सचिव एवं गोपाल उनियाल, अजय पैनुली, दयाल नेगी, किशन बिहारी भट्ट, कृष्णा नंद भट्ट, हरीश रौतेला, अमित डोगरा, अजीत पंवार रघुवीर पीमोली को केंद्रीय प्रचार सचिव की जिम्मेदारी सौपी गई। संयुक्त सचिव में हिमांशु सिंह, संतोष अंतवाल, परवीन रमोला को जिम्मेदारी दी गई, वही जिला स्तर पर टिहरी से चंद्र मोहन चौहान, पौड़ी से अर्जुन नेगी, रुद्रप्रयाग से तरुण पंवार, चमोली से कुँवर दानु, नैनीताल से अशोक बोहरा, अल्मोड़ा से त्रिलोक बिष्ट को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई, केंद्रीय अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि शीघ्र ही अन्य जिलों में भी युवा कार्यकारिणी का विस्तार किया जाएगा।

केंद्रीय कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बिष्ट ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं के अधिकारों पर डाका डाला जा रहा है, इसका जीता जागता उदाहरण सिडकुल के अन्तर्गत आने वाले उद्योग में राज्य के मूल निवासियों की अनदेखी की जा रही है। इसके साथ ही ठेकेदारी प्रथा के द्वारा बाहरी राज्यों के ठेकेदारों को कंपनी में ठेके देकर बहुत कम वेतन देकर मूल निवासियों का शोषण किया जा रहा है।

कोरोना काल में होटल में कार्यरत युवाओं को नौकरी से निकाला गया। उनके लिए राज्य सरकार द्वारा 5000 रुपये अर्थिक सहायता देने के लिए बजट आवंटित किया गया, लेकिन उत्तराखंड पर्यटन विभाग एवं होटल मालिकों की आपसी साठ गाँठ से उन्हें अभी तक राशि नहीं दी गई, ऐसे होटल स्वामियों के खिलाफ अभी तक कोई भी कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, इसमे जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी कठोर कदम उठाना चाहिए।

बिष्ट ने कहा कि आज राज्य में हर क्षेत्र में बाहरी पूंजीपति हावी है। जल, जंगल, जमीन उत्तराखंड के मूल निवासियों के हाथ से खिसकती जा रही है, आज राज्य में बाहरी राज्यों से अराजक तत्वों द्वारा मेडिटेशन, स्पा, मसाज सेंटर के नाम पर देह व्यापार का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है, पिछले दिनों 18 संदिग्ध स्पा सेंटर से पाए गए थे, जिनमे बाहरी राज्यों के लोग थे, उक्रांद ऐसे अराजक तत्वो को राज्य से बाहर खदेड़ने का कार्य करेगा जो देवभूमि की संस्कृति को दूषित करने का कार्य कर रहे हैं।

बिष्ट ने बताया कि इसमे राष्ट्रीय दलों के नेताओं का हाथ है, क्योंकि इस प्रकार से उत्तराखंड में खुलेआम इस प्रकार के कार्यो को किसकी सह पर अंजाम दे रहे हैं। दूसरी तरफ उत्तराखंड मेट्रो रेल्वे में अवैध रूप से नियुक्तियां की गई जिसमें बाहरी राज्यों के युवाओं को असंवैधानिक रूप से रखा गया, जिसमें इसके विभाग के एम डी जितेंद्र त्यागी को युवा उक्रांद ने ज्ञापन प्रेषित कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई की मांग की थी और नीयत समय में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है तो उक्रांद युवा प्रकोष्ठ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इसके साथ ही रेल्वे परियोजना के नाम पर पहाड़ के लोगों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया गया है। मुआवजे की मांग को लेकर उक्रांद युवा प्रकोष्ठ पौड़ी के अर्जुन नेगी एवं अन्य युवाओं के साथ जिला प्रशासन द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया। उक्रांद मांग करता है कि इनका मुआवजा शीघ्र दिया जाए एवं रोजगार में स्थानीय युवाओं को रखा जाए।

इस अवसर पर बृज मोहन सज्वाड़, अंकेस भंडारी, अरविंद बिष्ट, दिनेश नेगी, गोपाल उनियाल, अशोक नेगी, श्याम सिंह रमोला, परवीन रमोला, अंकेस भंडारी, प्रशांत भट्ट, राजेन्द्र गुसाई, प्रांजल खण्डूरी, आदि मौजूद रहे।

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