झारखंड: झारखंड के देवघर स्थित त्रिकुट पहाड़ पर रविवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां रोपवे ट्रॉली का तार अचानक टूट जाने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि खबर लिखे जाने तक घटना के 48 घंटे बाद तक ट्रालियों में लगभग 36 लोगों के फंसे होने की आशंका है। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना की मदद ली जा रही है। एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं।
बताया जा रहा है कि झारखंड के देवघर में त्रिकुट पर्वत पर रामनवमी की पूजा के लिए खासी भीड़ उमड़ती है। पर्वत शिखर तक पहुंचने के लिए लोग रोपवे ट्रालियों का सहारा लेते हैं। रविवार को रोपवे का तार ट्रैक से उतर गया है। इस कारण रोपवे बीच में ही अटक गया। इसके चलते दो ट्रालियां आपस में टकरा गईं। जिसमें दो लोगो की मौत की खबरे हैं। कर्मचारियों की लाख कोशिशों के बाद भी रोपवे को ठीक नहीं किया जा सका।
इस हादसे के बाद रात में सभी पर्यटक रोपवे ट्रालियों में ही लटके रहे। एक दूसरे को दिलासा देने के लिए सभी आपस में बातचीत करते रहे। उन्हें खाना पीना पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें बुलाईं गईं लेकिन नीचे पहाड़ी जमीन होने और लोगों के हवा में लटके होने के चलते उनतक राहत सामग्री पहुंचाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
सोमवार सुबह बाद हेलिकॉप्टर से दोबारा बचाव कार्य शुरू किया गया है। 20 घंटे बाद 12 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया। खबर लिखे जाने तक 36 लोग हवा में लटकी ट्रॉली में फंसे हैं। तारों के जाल के कारण NDRF और सेना के कमांडो रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है। हेलिकॉप्टर के पंखों से निकल रही हवा के चलते ट्रालियां भी हिल रहीं हैं।