पौड़ी: जम्मू कश्मीर में शनिवार को एक जेसीओ समेत दो जवानों के शव बरामद हुए हैं। बताया गया है कि दोनों जवान उत्तराखण्ड के रहने वाले थे।शहीद सूबेदार अजय सिंह टिहरी जिले के, जबकि नायक हरेंद्र सिंह पौड़ी जिले के निवासी हैं।
ये भी पढ़ें:CM धामी ने किए रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन, की खुशहाली की प्रार्थना
भारतीय सेना के अनुसार जम्मू कश्मीर के पुंछ में टेररिस्ट ऑपरेशन के दौरान सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में मेंढर सेक्टर के नरखास के घने जंगलों में चलाए जा रहे। तलाशी अभियान के दौरान शहीद हो गए थे।सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह जंगलों में छिपे आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए सुरक्षा बलों की ओर से शुरू किए गए तलाशी अभियान का हिस्सा थे। बताया गया कि 14 अक्टूबर 2021को आतंकवादियों के साथ भीषण गोलाबारी के बाद सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह के साथ कम्युनिकेशन नेटवर्क बंद हो गया था। आतंकवादियों को ढेर करने और सैनिकों के साथ कम्युनिकेशन बहाल करने के बाद अथक तलाशी अभियान जारी रहा। इस दौरान शनिवार शाम को सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह के शव बरामद किए गए।
जम्मू कश्मीर में सेना के सात जवानों की हत्या करने में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए पुंछ और राजौरी जिलों में चलाया जा रहा तलाशी अभियान शनिवार को छठे दिन भी जारी रहा।शहीद सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह दोनों जवान उत्तराखण्ड के रहने वाले थे। सूबेदार अजय सिंह जहां रामपुर ग्राम, तहसील नरेंद्र नगर, टिहरी जिले के रहने वाले थे।
वहीं शहीद नायक हरेंद्र सिंह पौड़ी गढ़वाल जिले के निवासी थे। उनका घर पौडी गढ़वाल जिले के ग्राम पीपलसारी, पोस्ट रिखनीखाल तहसील लैंसडाउन में है। इससे पहले कल शुक्रवार को उत्तराखण्ड के 2 और बेटों ने जम्मू कश्मीर में देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।
17 Garhwal Rifles के विक्रम सिंह नेगी और योगेम्बर सिंह ने जम्मू कश्मीर के पुंछ, राजौरी में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए, देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। शुक्रवार को टिहरी गढ़वाल के 26 वर्षीय, विक्रम सिंह नेगी और चमोली के 27 वर्षीय, योगेम्बर सिंह की शहादत हुई थी।