देहरादून: आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में विजिलेंस ने देर रात राम बिलास यादव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को आज दोपहर कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। गिरफ्तारी की पुष्टि एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने की है। यादव की इसी 30 जून को सेवानिवृत्ति होनी है।
उन्होंने बताया कि राम बिलास यादव के खिलाफ विजिलेंस के पास पर्याप्त सबूत हैं, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। वहीं, राम बिलास यादव के अधिवक्ता अविनाश शर्मा ने बताया कि विजिलेंस ने रात सवा दो बजे गिरफ्तारी की सूचना यादव की पत्नी को दी। लेकिन गिरफ्तारी का मेमो देने से उन्होंने इनकार कर दिया। बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश पर राम कुमार यादव बुधवार दोपहर को विजिलेंस के समक्ष पेश हुए थे। विजिलेंस ने उनसे देर रात तक पूछताछ की। इनके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में चल रही जांच में सहयोग न करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन ने आइएएस राम बिलास यादव को निलंबित कर दिया। इस बीच, नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर यादव बुधवार को देहरादून में विजिलेंस के समक्ष पेश हुए। जहां उनसे देर रात पूछताछ चली। यादव वर्तमान में उत्तराखंड शासन में समाज कल्याण और कृषि विभाग में अपर सचिव हैं।
आपको बता दें राम बिलास यादव के उत्तर प्रदेश में तैनात रहने के दौरान आय से 500 प्रतिशत अधिक संपत्ति के मामला सामने आया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी विजिलेंस जांच कराई थी, लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही वर्ष 2019 में यादव अपने मूल काडर उत्तराखंड में लौट आए थे। तब वह पीसीएस थे, यहां आने के कुछ अंतराल में उनकी आइएएस काडर में प्रोन्नति कर दी गई। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड सरकार को पत्र लिखकर कार्रवाई की सिफारिश की थी। उत्तराखंड में विजिलेंस ने खुली जांच शुरू करने के बाद अप्रैल में यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था।