देहरादून: गुरुवार को उत्तराखंड विद्वत सभा (पंजी) द्वारा आयोजित श्रीमद्भगवद्गीता श्लोक वाचन प्रतियोगित में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कमलेश उनियाल उपस्थित रहे। कमलेश उनियाल ने अपने संबोधन में कहा कि ब्राह्मण समाज ने कई क्षेत्रों में योगदान दिया है.
जिनमें से कुछ ये रहे:
ब्राह्मण समाज ने हिंदू धर्म को शुद्ध करने और एकेश्वरवाद की स्थापना के लिए काम किया.
ब्राह्मण समाज ने व्यक्तिगत शुद्धता पर ज़ोर दिया और मूर्तिपूजा, सती प्रथा, पर्दा प्रथा, और बाल विवाह जैसे सामाजिक कुप्रथाओं का विरोध किया. कमलेश उनियाल ने कहा कि
ब्राह्मण समाज ने किसानों, मज़दूरों, और श्रमिकों के हित में आवाज़ उठाई.
ब्राह्मण समाज ने पाश्चात्य दर्शन के बेहतरीन तत्वों को अपनाने की कोशिश की.ब्राह्मण समाज ने प्रार्थना, ध्यान, और शास्त्रों को पढ़ने पर ज़ोर दिया.ब्राह्मण समाज ने सभी धर्मों की एकता में विश्वास किया.
ब्राह्मण समाज ने आधुनिक भारत में तर्कवाद और प्रबोधन का उदय किया.
ब्राह्मण समाज ने आधुनिक भारत के सामाजिक, धार्मिक, और राजनीतिक आंदोलनों को अग्रणी भूमिका दी.
ब्राह्मण समाज के प्रमुख नेताओं में देवेंद्रनाथ टैगोर और केशव चंद्र सेन का नाम आता है.
सद्प्रेरणा से- 108 स्वामी कृष्ण गिरी महाराज, पूज्यनीय संरक्षक मंडल व सम्मानित पूर्व पधिकारी टाण मुख्य अतिथिः आचार्य जगदम्बा प्रसाद सती (पूर्व धर्माधिकारी श्री बद्रीनाथ धाम) ज्योतिषपीठ व्यास पदालंकृत आचार्य शिव प्रसाद ममगाई, डॉ० शशांक डिमरी, प्रसिद्ध कथा वक्ता आचार्य भरत राम तिवारी, प्राचार्य भगवान परशुराम चतुर्वेद विद्यालय देहरादून, राकेश ओबरॉय प्रबंधक सनातन धर्म सभा गीता भवन देहरादून कार्यक्रम की अध्यक्षताः आचार्य विजेन्द्र प्रसाद ममगाई, सह सचिव मुरली प्रसाद सेमवाल, सांस्कृतिक एवं संगठन मंत्री, आचार्य सत्य प्रसाद सेमवाल,आचार्य दिनेश प्रसाद भट्ट, आचार्य मुरलीधर सेमवाल, आचार्य अजय डबराल, आचार्य सुभाष चमोल, कार्यकारिणी सदस्य, आचार्य धीरज मैठाणी, आचार्य रविन्द्र डंगवाल, आचार्य मुकेश कौशिक, आचार्य आदित्य राम थपलियाल, आचार्य परशुराम उनियाल, कमलेश उनियाल ने प्रतिभागियों की सराहना की वह कहा कि आने वाले समय समाज में जाकर के गीत के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाएंगे.