आखिर क्यों अधिकारियों पर जमकर बरसे CM धामी…!

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उधमसिंह नगर: सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कलैक्ट्रेट परिसर में 179.26 करोड़ लागत की 65 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलांयास किया। जिसमें 50 करोड़ 62 लाख 64 हजार की 29 योजनाओं का लोकार्पण शुभारंभ किया व 128 करोड़ 63 लाख 44 हजार की 36 योजनाओं का शिलांयास किया। इसके बाद CM धामी ने अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारी पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य करें तथा आपसी समन्वय बनाते हुए जनपद व प्रदेश को विकास की गति दें।

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उन्होंने कहा कि राज्य में आगामी चार माह के अन्तर्गत सभी को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है इसलिए वैक्सीनेशन के कार्य में तेजी लायें ताकि हम शतप्रतिशत वैक्सीनेशन वाला देश का प्रथम राज्य बन सकें। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए अधिकारियों से कहा कि समस्या जिस स्तर की है, उसे उसी स्तर पर निस्तारित किया जाये, समस्या कतई लम्बित नहीं रहनी चाहिए। हीलाहवाली करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही भी की जायेगी।

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अधिकारी कार्यों व समस्याओं को सुलझाऐं, उलझाऐं नहीं। उन्होंने समीक्षा के दौरान एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कार्यों में गति लायें व गदरपुर वाईपास, पुलभट्टा सड़क, काशीपुर व जसपुर बाईपास कार्य, काशीपुर शहर में मुख्य सड़क कार्य एवं आरओबी निर्माण कार्य, रूद्रपुर में शमशान घाट से मेडिसिटी चिकित्सालय तक सड़क निर्माण कार्य शीघ्र कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को सभी के राशन कार्ड त्रुटि निवारण करते हुए आॅनलाइन करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री धामी ने किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, वन भूमि मामले, महालक्ष्मी योजना, आपदा राहत एवं बचाव कार्यों, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत, जल जीवन मिशन आदि की गहनता से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन भारत सरकार की महत्वाकाॅक्षी योजना है।

उन्होंने योजना कार्य की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि धन की पर्याप्त उपलब्धता होने पर भी अधिकारियों द्वारा कार्य धीमी गति से किया जा रहा है जोकि चिन्तनीय है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारियों को अपनी कार्य शैली में बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन योजना की पाक्षिक समीक्षा की जायेगी। कार्यों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। योजना कार्यों का थर्ड पार्टी से भौतिक सत्यापन भी कराया जायेगा। उन्होंने कोविड कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि संभावित थर्ड वेव के मद्देनज़र सारी व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा सभी चिकित्सालयों में बच्चा बेड, आॅक्सीजन के साथ ही बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती की जाये और जरूरत पड़ने पर प्राइवेट चिकित्सालयों से बालरोग विशेषज्ञ तैनात किये जायें।

उन्होंने कहा कि जनपद की सीमा से लगे जनपदों-मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बिजनौर, चम्पावत, पीलीभीत के साथ ही नेपाल से भी जनपद में ईलाज हेतु मरीज आते हैं, इसलिए सभी पहलुओं पर विचार करते हुए पहले से भी पर्याप्त व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जायें। उन्होंने एलडी भट्ट चिकित्सालय काशीपुर में शासन 07 लाख प्रतिमाह अनुबन्ध के उपरान्त भी हृदय रोग विशेषज्ञ के चिकित्सालय में नहीं बैठने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एक सप्ताह में जाॅच रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।

उन्होंने विधायकों द्वारा वन भूमि मामला उठाये जाने पर मामलों के निस्तारण हेतु मण्डलायुक्त को निर्देश दिये कि वे सभी विधायकों एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर मामलों पर उचित कार्यवाही करते हुए शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने आपदा बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों की माॅकड्रिल के साथ ही उनकी ट्रेनिंग भी करायी जाये। उन्होंने कहा कि अगली बार और अधिक गहनता से विकास कार्यों की समीक्षा की जायेगी इसलिए अधिकारी समयबद्धता, गुणवत्ता से कार्यों को गति दें व सही से होमवर्क कर बैठक में आयें।

 

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