देहरादून: उत्तराखंड के रहने वाले शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर उनके घर देहरादून के भनियावाला पहुंचते ही परिजन बिलख पड़े. देहरादून जिले के भानियावाला के संगतियावाला गांव निवासी मेजर प्रणय नेगी बीते 29 अप्रैल को लेह में हाई एटीट्यूड पर ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे.
मेजर के शहीद होने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया था. इस दौरान सैकड़ों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला सहित ग्रामीणों ने नम आंखों से दी शहीद मेजर को श्रद्धांजलि दी.
शहीद मेजर नेगी तीन भाई-बहनों सबसे बड़े थे. तीन साल पहले ही मेजर की शादी हुई थी. उनका डेढ़ साल का एक बेटा भी है, चाचा नरेंद्र नेगी के मुताबिक, लेह में हाई एटीट्यूड में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य बिगड़ने पर मेजर शहीद हो गए थे. 18 आर्टिलरी बटालियन में तैनात सुदर्शन नेगी के बेटे मेजर प्रणव नेगी (36) लेह में ड्यूटी पर थे. मंगलवार सुबह सेना मुख्यालय से मेजर प्रणव के परिजनों को सूचना मिली कि स्वास्थ्य खराब होने से वह शहीद हो गए हैं.
प्रणव नेगी साल 2013 में आईएमए से पासआउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बने थे. वो मूल रूप से थाती डांगर गांव कीर्तिनगर टिहरी के रहने वाले थे. मेजर प्रणव के दादा भी फौज में थे, जबकि पिता ने होटल लाइन में नौकरी कर तीनों बच्चों को मसूरी के प्रतिष्ठित स्कूलों से शिक्षा दिलाई. स्कूली शिक्षा के समय उन्हें बेस्ट स्टूडेंट के रूप में राष्ट्रपति ने सम्मानित भी किया था. वह बड़े ही होनहार और मृदुभासी थे, वह अपने पीछे माता-पिता दो अविवाहित बहन ,पत्नी व डेढ़ साल का बच्चा अपने पीछे छोड़ गए हैं. आज मेजर शहीद प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर हरिद्वार ले जाया गया जहाँ सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा.