चंपावत: चंपावत के शिशु मंदिर में पढ़ाने वाली एक होनहार शिक्षिका की मौत हो गई है। दरअसल शिक्षिका ने शाम को नाश्ते में चाय के साथ चूहे मार दवा को बिस्किट समझकर खा लिया। अब उसे उल्टी हुईं तो परिजन लेकर सुशीला तिवारी अस्पताल आए। इलाज के दौरान शिक्षिका की मौत हो गई।
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ये मामला चंपावत जिले के ग्राम अमोड़ी का है। यहां रहने वाली 18 वर्षीय विमला पुत्री चिंतामणि पास में ही शिशु मंदिर स्कूल में टीचर थी। मृतका के पिता की मानें तो शनिवार के जिस दौरान वह घर में बच्चों को कोचिंग पढ़ा रही थी, उसी वक्त वह रसोई में जाकर अपने लिए चाय बनाने लगी। चाय लेकर वह अपने कमरे में आ गई। यहां परिवारजनों ने कागज के अंदर चूहे मरने के बिस्किट रखे थे। विमला ने बिना किसी से पूछे उन्हें नॉर्मल बिस्किट समझकर चाय के साथ खा लिया। दो बिस्किट खाने के बाद ही उसे उल्टी होने लगी। तबीयत बिगड़ी तो परिवारजनों ने जिले के निजी अस्पताल में दिखाया।
यहां से उसे हल्द्वानी रेफर कर दिया। लेकिन सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के दौरान रात को विमला की मौत हो गई। बता दें कि घर में सबसे छोटी और पढ़ाई में होनहार विमला के ऊपर घर की काफी जिम्मेदारियां थी। अब इस घटना से हर कोई टूट गया है।