देहरादून: साल 2019 में पुलवामा हमले में भारत ने कई सैनिकों खोया था। इसके बाद भारतीय फौज ने जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में आतंकियों के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया था और इसमें उत्तराखंड देहरादून के रहने वाले मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल शहीद हो गए थे। उन्होंने पुलवामा में पांच आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा था। सोमवार को शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। दिल्ली में आयोजित अलंकरण समारोह में उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां ने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया।
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शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को सम्मान देने के लिए उनकी पत्नी ने भी भारतीय सेना ज्वाइन की है। वह साल 2021 में भारतीय सेना का हिस्सा बनी। भारतीय सेना में शामिल होने के बाद लेफ्टिनेंट नितिका कौल ने कहा था कि ये वर्दी मुझे मेजर विभूति के पास होने का अहसास दिलाती रहेगी। उनकी बाहदुरी ने मुझे हर वक्त प्रेरित किया है और उनके साथ हमेशा रिश्ता बनाए रखने को मैनें भारतीय सेना ज्वाइन की है।
नितिका ने दिसंबर 2019 में इलाहाबाद में वूमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा दी थी। इसके बाद चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) से निकिता को कॉल लेटर आया और ट्रेनिंग पूरी कर निकिता ओटीए की पासिंग आउट परेड में बतौर लेफ्टिनेंट आधिकारिक रूप से सेना में शामिल हो गईं।मेजर विभूति की शादी 18 अप्रैल 2018 को हुई थी। इसके ठीक दस माह बाद मेजर विभूति शहीद हो गए थे।
शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल वर्तमान में उनके घर में मां सरोज, पत्नी नितिका और सबसे छोटी बहन वैष्णवी हैं। सबसे बड़ी बहन पूजा की शादी हो चुकी है। उनके पति विकास नौटियाल सेना में कर्नल हैं। उनसे छोटी बहन प्रियंका शादी के बाद अमेरिका में रहती हैं।