कांच की चूड़ियों के लिए मशहूर फिरोजाबाद (Firozabad) जिले का नाम बदलने की पिछले काफी लंबे समय से मांग हो रही थी। इस मांग पर अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपनी मुहर लगा दी है। जी हां…फिरोजाबाद अब चंद्रनगर के नाम से जाना जाएगा।
जानकारी के मुकाबिक, 2 अगस्त 2021 में फिरोजाबाद जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव जिला पंचायत की बैठक में रखा गया था, जिसका निगम की बैठक में 12 में से 11 कार्यकारिणी सदस्यों ने समर्थन किया था। आपको बता दें कि ब्लॉक प्रमुख डॉ. लक्ष्मी नारायण यादव की अगुवाई में फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर रखे जाने की मांग उठाई थी।
साल 2021 में जिला पंचायत की बैठक के समक्ष यह प्रस्ताव रखा गया कि फिरोजाबाद का नाम फिर से चंद्रनगर किया जाए। जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया था। इसके बाद यह प्रस्ताव मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया गया था। जिसपर योगी सरकार ने अपनी मुहर लगा दी। अब फिरोजाबाद अपने नए नाम यानी चंद्रनगर के नाम से जाना जाएगा।
फिरोजाबाद का इतिहास
फिरोजाबाद शहर का प्राचीन नाम चंद्वार था। फिरोजाबाद नाम तो फिरोजशाह मनसबदार द्वारा सन् 1566 में अकबर के शासन में नाम दिया गया था।
ऐसा कहा जाता है कि राजा टोडरमल इस शहर से तीर्थ यात्रा को गए थे, तब शहर को लूट लिया गया था। उनके अनुरोध पर महान अकबर ने अपने कारिंदे फिरोजशह को यहां भेजा हैं और उसी के नाम पर इस शहर का नाम फिरोजाबाद हो गया।
1989 में अस्तिव में आया था फिरोजाबाद
फिरोजाबाद 5 फरवरी 1989 को जिला बनाया गया था। हालांकि, यूपी में बीजेपी सरकार आने के बाद प्रदेश के जिलों और शहरों के मुगलकालीन नाम बदलने की कवायद तेज हुई है।
आगरा, अलीगढ़, गाजीपुर, गाजियाबाद जैसी जगहों के नाम बदलने की मांग उठती रही है। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज पहले ही किया जा चुका है। बता दें कि शहर का नाम बदलने में 300 से 500 करोड़ रुपये का खर्च आता है।