देहरादून: अनुच्छेद 370 और बॉलीवुड अभिनेता आर्यन खान के केस से चर्चा में आए आईपीएस अभिनव कुमार को उत्तराखंड का नया पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम पुष्कर सिंह धामी का भरोसेमंद अफसर माना जाता है. वर्तमान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार IPS-RR-1989 के रिटायर होने के बाद अब अभिनव कुमार ये जिम्मेदारी संभालेंगे. अभिनव कुमार को अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा के साथ अग्रिम आदेशों तक उत्तराखण्ड पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
आईपीएस अभिनव कुमार ने कॉर्डेलिया क्रूज से गिरफ्तार आर्यन खान को 25 दिन जेल में बिताने और मीडिया ट्रायल को लेकर सार्वजनिक तौर पर पत्र लिखकर खेद जताया था. अभिनव कुमार 1996 बैच के आईपीएस अफसर हैं. वो हरिद्वार और देहरादून के एसएसपी, गढ़वाल रीजन के आईजी के साथ बीएसएफ आईजी जैसे पदों पर रहे हैं. वो कई साल तक जम्मू-कश्मीर में प्रतिनियुक्ति पर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के वक्त भी वो जम्मू-कश्मीर में ही थे. अभिनव कुमार देश के चुनिंदा तेजतर्रार पुलिस अफसरों में शुमार हैं. उत्तराखंड में पहली बार जब किसी आईपीएस को मुख्यमंत्री का अपर प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया तो ये जिम्मेदारी अभिनव कुमार को दी गई थी. वो उत्तराखंड आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं.
आईपीएस अभिनव कुमार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बेहद करीबी माना जाता है. वर्तमान में अभिनव कुमार एडीजी इंटेलिजेंस उत्तराखंड का जिम्मा संभाल रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक नाम पर मुहर लगने से पहले उत्तराखंड डीजीपी के लिए कई नाम का पैनल शासन को भेजा गया था. इनमें तीन नाम थे. इस लिस्ट में आईपीएस दीपम सेठ का नाम भी शामिल था.
1996 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार की गिनती बेहतरीन पुलिस अफसरो में होती है. फिलहाल उन्हें अग्रिम आदेशों तक अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना सूचना एवं सुरक्षा के साथ ही डीजीपी का कार्यभार भी देखना होगा. आपको बता दें कि अभिनव कुमार की गिनती मुख्यमंत्री के करीबियों में होती है.
ऐसे में पूर्व में ही माना जा रहा था कि अभिनव कुमार को सरकार डीजीपी का दायित्व दे सकती है. आपके बता दें कि उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार की सेवानिवृत्ति को एक दिन शेष है,यानी 30 नवंबर को अशोक कुमार सेवानिवृत हो रहे हैं, इसके साथ ही अभिनव कमार 1 दिसंबर से कार्यभार संभालेंगे.