देहरादून: उत्तराखंड का विधानसभा शीतकालीन सत्र 29 नवम्बर से पांच दिसम्बर तक देहरादून विधानभवन में आयोजित होगा। विधायी विभाग की ओर से शीतकालीन सत्र के संदर्भ में तैयार किये गए प्रस्ताव को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंजूरी दे दी है। हालांकि इस कार्यक्रम पर 16 नवंबर को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में अंतिम मुहर लगाई जानी है।
विधानसभा का शीत कालीन सत्र 16 दिसम्बर से पहले आयोजित किया जाना है और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी काफी समय से सत्र को लेकर तैयारियां कर रही थी। सत्र की तिथि तय होने से पहले ही विधानसभा में दलीय बैठक भी कराई जा चुकी है। विधायी विभाग के अपर सचिव महेश कौशिवा ने 29 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक शीतकालीन सत्र आयोजन की पुष्टि की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सत्र आहूत करने के प्रस्ताव को विचलन से मंजूरी दे दी है। 16 नवंबर को प्रस्तावित कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लग जाएगी। शासन से प्रस्ताव मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री के पास गया। सीएम ने प्रस्ताव पर अपना अनुमोदन दे दिया है। विधायी विभाग प्रस्ताव को मुख्यमंत्री की मंजूरी की सूचना विधानसभा सचिवालय को भेज दी है। विपक्ष ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण विधानसभा में शीतकालीन सत्र कराने की मांग कर रहा था, लेकिन दो निर्दलीय और एक बसपा विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शीतकालीन सत्र देहरादून में कराने का अनुरोध किया था। तीनों विधायकों ने गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन सत्र कराने का सुझाव दिया था।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार राज्य आंदोलनकारियों को आरक्षण के साथ ही अनुपूरक बजट भी लाएगी। वित्त विभाग के अधिकारियों ने बताया की अनुपूरक प्रस्ताव के संदर्भ में तैयारी शुरू कर दी गई है। विदित है कि सरकार 65 हजार 500 करोड़ का बजट लाई थी। लेकिन अब फिर से अनुपूरक बजट लाया जा रहा है।