चंपावत: उत्तराखंड के चंपावत में सोमवार रात हृदय विदारक हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई है। ये सभी लोग टनकपुर के पंचमुखी धर्मशाला में हुई शादी में शामिल होकर घर लौट रहे थे। इस दुर्घटना में डांडा निवासी शिक्षिका 36 वर्षीय बसंती भट और उनकी 4 वर्षीय पुत्री देवांशी हादसे का शिकार हो गई ।
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रेस्क्यू टीम को जब 4 साल की मासूम बेटी का शव मां के सीने से लिपटा हुआ मिला। टीम के सदस्य ने जब दोनों को अलग किया तो वह खुद भी भावुक हो गए। अंतिम सांस तक देवांशी मां के आंचल में ही सिमटी रही लेकिन काल ने दोनों को ही चिर निद्रा में सुला दिया। वहां मौजूद लोगों और पुलिस की आंखें नम हो गई।
बता दें कि 36 वर्ष बसंती भटट् प्राथमिक विद्यालय डांडा में शिक्षिका थीं। बसंती का ससुराल चम्पावत के जूप गांव में है। सोमवार को वह अपनी चार वर्षीय बेटी को लेकर मायके डांडा जा रही थीं। बसंती भटट् काफी देर तक सूखीडाग में वाहन का इंतजार करती रही लेकिन डांडा के लिए उन्हें वाहन नहीं मिल पाया। वह शाम को अल्टो कार से टनकपुर चली गई उन्हें उम्मीद थी कि वहां से डांडा के लिए बस मिल जाएगी बसंती को टनकपुर में भी कोई वाहन नहीं मिला। तभी उन्हें पता चला कि डांडा से एक बारात टनकपुर आई हुई है। शाम 6 बजे बसंती अपनी बेटी देवांशी के साथ बारात की मैक्स में बैठ कर चली गई। कुछ घंटों के बाद यह भीषण हादसा हो गया। बंसती के पति नारायण दत्त भट्ट राजकीय इंटर कॉलेज धौन में शिक्षक हैं। इस घटना के बाद मृतका के घर और मायके में कोहराम मच हुआ है।