रुद्रप्रयाग: कठिन विपरीत परिस्थितियों के बीच केदारनाथ पैदल मार्ग से रेस्क्यू अभियान मंगलवार को छठे दिन भी जारी है। मंगलवार को करीब 150 स्थानीय लोगों को केदारनाथ से भीमबली के लिए एनडीआरएफ एव एसडीआरएफ की देखरेख में रवाना किया गया है। जंगलचट्टी से भी 161 लोगों को एनडीआरएफ चीरबासा लेकर पहुंच रही है।
वहीं सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी पर सेना द्वारा बनाए गए पैदल पुल का निर्माण पूरा होने से भी रेस्क्यू एव राहत कार्यों में बड़ी राहत मिली है। केदारघाटी में मौसम का मिजाज सुबह 10 बजे तक ठीक नहीं हुआ है, विजिबिलिटी बाधित होने के चलते हैली सेवाओं से अब तक रेस्क्यू शुरू नहीं किया जा सका है।
उधर सड़क एव पैदल मार्गों के पुनर्स्थापन का कार्य तेजी से शुरू हो गया है। विभिन्न स्थानों पर पीडब्लूडी की टीम की निगरानी में पैदल यात्रा मार्गों का निर्माण शुरू हो गया है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट एरिया एव अन्य क्षतिग्रस्त मार्गों पर कार्य शुरू कर चुके हैं।
कैसा है मौसम का हाल, जारी रहेगा बारिश का दौर
उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने एक बार फिर से प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी है।विभाग ने देहरादून और बागेश्वर जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा कुछ इलाकों में भी तेज बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग के अनुसार 6 अगस्त को प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हुए है। प्रदेश में अगले एक हफ्ते तक बारिश को लेकर इसी तरह की स्थिति रहेगी।
विभाग की अनुसार मंगलवार सात अगस्त को उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, देहरादून, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान है।मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार पहाड़ों में हो रही बरसात की वजह से सॉइल की वाटर होल्डिंग कैपेसिटी सैचुरेशन पर पहुंच गई है, इसलिए आने वाले समय में पर्वतीय जिलों में बरसात से भूस्खलन या फ्लैश फ्लड की घटनाएं बढ़ सकती है।
उन्होंने मौसम के मिजाज को देखते हुए पहाड़ों विशेष कर उच्च हिमालयी क्षेत्रों में आवागमन करने वाले लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। इसके अलावा 6 तारीख से 1 सप्ताह तक बारिश में बढ़ोतरी होने की संभावनाओं को देखते हुए नदी नालों के आसपास रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
उत्तराखंड में 17 हजार का रेस्क्यू
उत्तराखंड में बारिश का दौर फिलहाल जारी रहेगा। वहीं भारी बारिश के कारण लैंड स्लाइड और बाढ़ प्रभावित 17 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया है। इनमें केदारनाथ यात्रा में फंसे तीर्थयात्री भी शामिल हैं। अब प्रभावित इलाकों में क्षतिग्रस्त पुल, बिजली के खंबे और कम्युनिकेशन लाइनों को ठीक करने का काम जारी है। अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें 2 की मौत यात्रा मार्ग पर हुई है।