Passing Out Parade: UPSC से ITBP में पहली बार दो महिला अधिकारी हुईं शामिल…

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मसूरी: पहली बार यूपीएससी चयन प्रक्रिया (यूपीएससी की सीएपीएफ एसी परीक्षा) से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) में दो महिला अधिकारी शामिल हुई हैं। दोनों अधिकारियों प्रकृति और दीक्षा को असिस्टेंट कमांडेंट का पद दिया गया है। रविवार को पासिंग आउट परेड के दौरान आईटीबीपी में शामिल होकर उन्होंने देश सेवा की शपथ ली। इस दौरान युवा अधिकारियों का जोश पासिंग आउट परेड के बाद देखते ही बन रहा था। सभी अधिकारियों ने आसमान में टोपी उछाल कर अपनी खुशी का इजहार किया।

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यूपीएससी चयन प्रक्रिया से आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट बनीं दीक्षा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा की रहनी वाली हैं। उनके पिता इंस्पेक्टर हैं। दीक्षा ने कहा कि आईटीबीपी में एक अधिकारी के रूप में शामिल होने पर आज उनका सपना पूरा हुआ है। उनको हमेशा से उनके पिता ने प्रोत्साहित किया है। उनके पिता उनके आदर्श हैं। उनके मार्गदर्शन में ही उन्होंने आज ये मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि आज उनको जो खुशी मिली है उसको शब्दों में बयां करना मुश्किल है।

वहीं दूसरी महिला अधिकारी प्रकृति मूल रूप से बिहार की रहने वाली हैं। उन्होने कहा कि कठिन परिश्रम के बाद आज उनका सपना पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि उनकी सफलता के पीछे पीछे उनके परिवार का अहम योगदान रहा है। प्रकृति का कहना है कि आईटीबीपी में अधिकारी बनने के बाद उनको जो भी दायित्व दिए जाएंगे, उनका निर्वहन वे पूरी ईमानदारी के साथ करेंगी। साथ ही देश सेवा के लिए अपना सर्वोच्च योगदान देंगी।
आईटीबीपी अकादमी मसूरी में रविवार को पासिंग आउट परेड समारोह आयोजित हुआ।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की और सरहद पर देश सेवा कर रहे जवानों को दिल से सलाम किया। पासिंग आउट परेड में आईटीबीपी के 53 अधिकारियों ने शिरकत की ,एक साल के कठिन प्रशिक्षण करने बाद सभी अधिकारी आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद नव सैन्य अधिकारियों ने शानदार मार्च मास्ट किय। इस मौके पर आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देशवाल ने अपने संबोधन में कहा कि आईटीबीपी के जवान उभरते सुरक्षा परिदृश्य में बल की गुणवत्ता को उच्चतम स्तर पर बनाए हुए हैं। कहा कि आईटीबीपी ने देश में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा आईटीबीपी के युवा अधिकारियों को कठोर प्रशिक्षण के दौरान युद्व कौशल, शस्त्र चालाना, शारीरिक प्रशिक्षण, सूचना, मानचित्र अध्ययन, सैन्य प्रशासन, कानून और मानव अधिकारों, सैन्य और पुलिस संबधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया।

रविवार को आयोजित पासिंग आउट परेड में 53 सहाय कमांडेंट शामिल हुए हैं। इसमें उत्तरप्रदेश से 11, राजस्थान से सात, महाराष्ट्र से सात, उत्तराखंड से छह, हरियाणा से छह, कर्नाटक से तीन, बिहार से तीन, लद्दाख से दो, मणिपुर से दो, चंडीगढ़ से दो, पंजाब से एक, तमिलनाडू से एक, केरल से एक, झारखंड से एक अधिकारी शामिल है।

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