नई दिल्ली: उत्तराखंड मे आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी जनता को साधने की कोशिश कर रही है। अरविंद केजरीवाल उत्तराखंड आकर बड़े-बड़े वादे कर गए है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने बड़ा राजनीतिक दांव खेला है। उन्होंने पर्यावरणविद दिवंगत सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न देने की मांग की है।
ये भी पढ़ें:उत्तराखंड में शुरू हुई मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, जानिए इस योजना के लाभ
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और पीएम मोदी से हम निवेदन करते हैं कि सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न दिया जाए। ये बातें सीएम केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में सुंदरलाल बहुगुणा के स्मारक का अनावरण करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा ने पर्यावरण के लिए बहुत सराहनीय काम किया है। इसलिए उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाना चाहिए।
केजरीवाल ने पीएम मोदी के चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड के निवासी और चिपको आंदोलन के लिए मशहूर पर्यावरणविद स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा द्वारा राष्ट्र निर्माण में दिए गए योगदान से तो आप परिचित ही हैं। बहुगुणा जी ने अपनी 94 वर्ष की यात्रा इसी वर्ष 21 मई, 2021 को अंतिम सांस लेते हुए पूर्ण की। उनका पूरा जीवन देश व समाज के लिए और मानवता की भलाई के लिए इतने कार्यों से भरा हुआ है कि हम कभी भी उस से उऋण नहीं हो सकते।
प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी को भारत रत्न देने की माँग की। pic.twitter.com/OpEJV7YjOu
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 17, 2021
इस वर्ष हम देश की आजादी के 75 वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। सुंदरलाल बहुगुणा जी ने अपना बचपन गांधी जी की प्रेरणा से स्वतंत्रता संग्राम में देश को आजाद करने के लिए लड़ते हुए बिताया। आजादी के बाद वे संत विनोबा भावे जी की प्रेरणा से भूदान और ग्राम स्वराज योजना के कार्यक्रमों में लग गए। जिस समय दुनिया आंख बंद करके पर्यावरण के शोषण में लगी थी, और पर्यावरण संरक्षण का भाव अंतरराष्ट्रीय विमर्श में भी नहीं था, उस समय उन्होंने राष्ट्र और समूचे विश्व पर आने वाले खतरे को भांपते हुए स्वयं को पर्यावरण की रक्षा के यज्ञ के लिए समर्पित कर दिया। मां ने संदेश दिया कि मनुष्य प्रकृति को अपने निजी संपत्ति मानने की भूल कर बैठा है और इसके अंधाधुंध दोहन की वजह से संसार में अनेक विसंगतियां और समस्याएं उत्पन्न होने जा रही हैं। उनके द्वारा शुरू किया गया चिपको आंदोलन उत्तर भारत में हिमालय से शुरू होकर दक्षिण में कर्नाटक तक पहुंच गया ।
हम भारत के लोगों का सौभाग्य है कि हमें मार्गदर्शन देने के लिए सुंदरलाल बहुगुणा जैसा व्यक्तित्व हमारे देश में पैदा हुआ। उनका पूरा जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। दिल्ली में हमने दिल्ली विधानसभा में सुंदरलाल बहुगुणा की तस्वीर लगवाई है ताकि उनका जीवन और उनके द्वारा पर्यावरण सुरक्षा के लिए शुरू किया गया यज्ञ, दिल्ली के नीति नियंत्रण के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन करता रहे।
[…] ये भी पढ़ें:केजरीवाल ने सुंदर लाल बहुगुणा को भारत … […]