हरिद्वार: पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अंबरीश कुमार का रात निधन हो गया है। वह 72 वर्ष के थे, वह क्षेत्र में भाई जी के उपनाम से भी लोकप्रिय थे। अंबरीश कुमार पिछले काफी समय से मधुमेह सहित स्वास्थ्य की विभिन्न जटिलताओं का सामना कर रहे थे। पिछले दो माह वह मैक्स में भी भर्ती रहे। आखिरकार उन्होंने देर रात अंतिम सांस ली। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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उनके निधन से हरिद्वार में कांग्रेस सहित उनके प्रशंसकों में शोक की लहर है। राजनीतिक जीवन में अंबरीश कुमार को अपना सम्मान हासिल करने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा। 1996 में वह पहली बार हरिद्वार से विधायक बने। हालांकि इससे पूर्व उन्होंने कई लोगों को अपनी राजनीतिक ताकत के बूते विधानसभा और लोकसभा भेजा।1985 में उन्होंने कांग्रेस से बगावत कर अपना क्रांतिकारी मंच बनाया।क्रांतिकारी मंच का नगरपालिका की राजनीति में जबरदस्त वर्चस्व रहा। उत्तर प्रदेश विधान सभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक चुने गये अंबरीश कुमार उत्तराखंड बनने के बाद लोकलेखा समिति के अध्यक्ष भी रहे। निगम में श्रमिकों की राजनीति से राजनीति में अपने पांव जमाने वाले अंबरीश कुमार के राजनीतिक गुरू पूर्व सांसद सहारनपुर के यशपाल सिंह थे।अंबरीश कुमार उच्च शिक्षित राजनेता थे।विधि से स्नातक होने के साथ ही उन्होंने पत्रकारिता भी की।उनके ज्ञान का लोहा सभी मानते थे।
उनके निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, सतपाल ब्रह्मचारी, डा संजय पालीवाल, अशोक शर्मा, संजय अग्रवाल, पुरुषोत्तम शर्मा, मुरली मनोहर, सुरेश गुलाटी, संजीव नैयर, प्रदीप चौधरी, अमन गर्ग आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
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