पिथौरागढ़: उत्तराखंड में लगातार नियमित अंतराल पर भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। आज तड़के 1 बजकर 09 मिनट पर पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र सतह से करीब 10 किलोमीटर नीचे रहा।
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आपको बता दें कि साल 2022 के पहले महीने में ही अब तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में चार बार भूकंप से धरती डोली है। इससे पहले 18 जनवरी को बागेश्वर में 2.5 तीव्रता, 17 जनवरी को पिथौरागढ़ में 2.8 तीव्रता और 16 जनवरी को चमोली में 2.6 तीव्रता का भूकंप आया था। पिछले कुछ समय से लगातार छोटे-छोटे भूकंप के झटकों से भू-वैज्ञानिक लगातार एक बड़े भूकंप के बारे में भी बार-बार चेतावनी दे रहे हैं।
भूकम्प आने पर क्या करें, और क्या न करें
- भूकम्प आने पर फौरन घर, स्कूल या दफ्तर से निकलकर खुले स्थान या मैदान में जायें।
- बडी बिल्डिंग, पेडों, बिजली के खम्बों आदि से दूर रहें।
- कई फंस गये हो तो दौडे नही। इससे भूकम्प का ज्यादा असर होगा।
- भूकम्प आने पर खिडकी अलमारी, फंखे एंव उपर रखे भारी सामान से दूर हट जायें। ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगें।
- अगर आप बाहर नही निकल पाते तो टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे घुस जाएं, और उसके पाया को कसकर पकड लें, ताकि झटको से वह खिसके नही।
- कोई मजबूत चीज न हो तो किसी मजबूत दीवार से सटकर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी मजबूत चीज से ढककर घुटनों के बल टेक लगाकर बैठ जाएं।
- खुलते बन्द होते दरवाजे के पास खडे न हो वरना चोट लग सकती है।
- गाडी में हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खम्बों, फ्लाई-ओवर, पुल आदि से दूर सडक के किनारे या खुले में गाडी रोक लें, और भूकम्प रूकने तक इंतजार करें।
- बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीडिंयों का इस्तेमाल करें।
- भूकम्प के सम्बन्ध में किसी प्रकार की अफवाहों से बचें।