प्रयागराज: कृष्णानगर इलाके में युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या करने के मामले में पुलिस ने प्रेमी हर्षित शुक्ला और उसके माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। हर्षित 40 हजार रुपये देने के बहाने युवती को पंडित खेड़ा स्थित अपने घर पर ले गया था। वहां दुष्कर्म के बाद उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।
दो दिन तक युवती का शव अपने घर पर रखे रहा। फिर माता-पिता के सहयोग से उसे कंबल में लपेटा और बोरे में भरकर ठेले पर लादकर रामदास खेड़ा स्थित बाग में ले गया था। वहां ट्यूबवेल के गड्ढे में शव फेंककर फरार हो गया। डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि घटना की जानकारी हर्षित के पिता प्रेमचंद्र शुक्ला और मां माधुरी को थी।
इसके बाद भी उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी। शव छिपाने में हर्षित का सहयोग किया था। युवती मूलरूप से प्रयागराज की रहने वाली थी और यहां किराये पर रहती थी। हर्षित उस पर जबरन साथ में रहने का दबाव बनाता था। उसे डरा धमकाकर अपने साथ रखे था। युवती के परिवारीजन के आरोप पर हर्षित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। हर्षित 12 सितंबर को अपने साथ युवती को घर ले गया था। उसके बाद उसने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी।
इंस्पेक्टर कृष्णानगर आलोक कुमार राय ने बताया कि हर्षित और उसके माता-पिता ने प्राथमिक पूछताछ में पुलिस को गुमराह किया। दबिश के लिए जब पुलिस हर्षित के घर पहुंची और पिता प्रेमचंद्र और मां माधुरी से पूछताछ की तो वह खुद हर्षित पर प्रताड़ना और मारपीट का आरोप लगाते रहे।
उन्होंने पहले बताया था कि बेटा युवती के प्यार में पागल था। वह उसके साथ ही रहता था। उसे महंगे गिफ्ट देने के लिए घर से जेवर भी उठा ले गया था। उसे स्कूटी देने के लिए रुपयों की मांग करता था। माता-पिता ने बताया था कि रुपये न देने पर हर्षित उन्हें भी पीटता था। दोनों ने हर्षित को बचाने की कोशिश की।