फिटनेस के लिए बवाल, वाहन स्वामी को घसीटा; फिर बंद किया

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हल्द्वानी: रामपुर रोड स्थित निजी फिटनेस केंद्र पर बुधवार को पहाड़ की एक गाड़ी के तकनीकी परीक्षण में फेल होने के बाद जमकर बवाल हुआ। वाहन स्वामी और उसके साथी का आरोप था कि घूस दिए बगैर यहां फिटनेस नहीं की जाती। इसके बाद मामला बिगड़ता चला गया।

कुछ लोग वाहन स्वामी को आक्रामक तरीके से घसीटते दिखे। इसके बाद लोहे के चैनल को बंद कर उसे अंदर बंद कर दिया। इधर, सूचना मिलने पर टीपीनगर से बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्ट कारोबारी और गाड़ी मालिक यहां धमक गए। जिसके बाद बाहर वाहनस्वामी को बाहर निकाल धरने पर बैठ गए।

वाहनों की फिटनेस का काम पहले परिवहन विभाग के पास था। गौलापार स्थित खुले मैदान में गाड़ियों की जांच करने के बाद प्रमाणपत्र दिया जाता था। लेकिन करीब एक साल पहले सरकार ने वाहनों की जांच का जिम्मा निजी हाथों में दे दिया। रामपुर रोड स्थित बेलबाबा में कंपनी ने फिटनेस केंद्र खोला। यहां मशीनों के माध्यम से वाहन को चेक किया जाता है। लेकिन केंद्र का संचालन शुरू होते ही आए-दिन विवाद की स्थिति पैदा होने लगी।

वहीं, पनियाली निवासी विक्रम बिष्ट ने बताया कि स्पीड गर्वनर में कमी निकाल तकनीकी परीक्षण में उसकी गाड़ी को फेल बता दिया था। इसके बाद मिस्त्री से काम करवाने के बाद बुधवार दोपहर वह भाई शिवराज संग दोबारा यहां आ गए। लेकिन फिटनेस केंद्र के कर्मचारियों ने वाहन को फिर रिजेक्ट कर दिया। इसे लेकर विवाद की स्थिति बनी तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए।

इस घटनाक्रम का वीडियो भी थोड़ी देर में वायरल हो गया। जिसमें कुछ लोग शिवराज को घसीटने और चैनल के अंदर बंद करते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, सूचना मिलने पर देवभूमि ट्रक आनर्स महासंघ, केमू यूनियन के पदाधिकारी से लेकर ट्रांसपोर्ट कारोबारी और वाहनस्वामी भी अपने साथियों के समर्थन में बड़ी संख्या में जुट गए।

गेट पर फिटनेस केंद्र संचालक के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि सरकारी शुल्क जमा करने के बाद दस से 15 हजार की घूस मांगी जाती है। न देने पर फिटनेस में कोई न कोई अडंगा लगा दिया जाता है। इसके बाद सीओ नितिन लोहनी ने मौके पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों को समझाया।देवभूमि ट्रक आनर्स महासंघ के संगठन सचिव दया किशन शर्मा के अनुसार फिटनेस केंद्र में वाहनस्वामी संग हुई अभद्रता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्र में लगातार मनमानी की जा रही है। गुरुवार सुबह आठ बजे से वाहन स्वामी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।

वहीं, गौला खनन मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने आंदोलन को समर्थन दिया है। पैसे देने पर सारी कमियां नजरअंदाज बिंदुखत्ता निवासी वाहनस्वामी राकेश जोशी का कहना था कि परिवहन विभाग के पास फिटनेस का काम होने पर कभी ऐसी स्थिति नहीं बनी। लेकिन निजी फिटनेस केंद्र उत्पीडन में जुटा है। राकेश का आरोप था कि पैसे देने पर सारी कमियां नजरअंदाज कर दी जाती है। अगर बात न माने तो गाड़ी फेल होती रहेगी।

बुधवार हुए बवाल को फिटनेस केंद्र संचालक रोहित सिंह का कहना था कि मशीन के माध्यम से गाड़ी की जांच को लेकर पूरे देश में एक जैसे मानक है। इसमें बदलाव नहीं हो सकता। स्पीड गर्वनर में कमी मशीन ने निकाली है न की कर्मचारियों ने। लेकिन कुछ लोग नियमों के तहत काम नहीं करवाना चाहते। वाहन स्वामी चाहे तो प्रशासनिक अधिकारियों के सामने जांच करवा लें।

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