देहरादून: अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी की अदालत में शनिवार को अंकिता हत्याकांड के अहम गवाह जम्मू निवासी पुष्पदीप से बचाव पक्ष की जिरह पूरी हो गई। पुष्पदीप ने अदालत में बताया कि अंकिता के माता-पिता उसे मारते पीटते थे, इसलिए वह बाहर रहकर नौकरी करना चाहती थी।
वह कहती थी कि नौकरी नहीं मिली तो वह कोई गलत कदम उठा सकती है। अब मामले की अगली सुनवाई और गवाही की तिथि 20 अक्तूबर निर्धारित की गई है। अंकिता के परिजनों के अधिवक्ता अजय पंत व नरेंद्र गुसाईं ने बताया कि शनिवार को भी पुष्पदीप से बचाव पक्ष ने अंकिता और उसके बीच हुई चैटिंग के विषयों पर सवाल पूछे।
पूरी जिरह अंकिता के माता-पिता के उसके प्रति व्यवहार पर केंद्रित रही। बचाव पक्ष के अधिवक्ता अनुज पुंडीर ने शनिवार की बहस का ध्यान पुष्पदीप द्वारा विवेचक को 23 नवंबर, 2022 को दिए बयान पर केंद्रित किया।कोर्ट सूत्रों के अनुसार पुष्पदीप ने चैटिंग के हवाले से बताया कि अंकिता अपने माता पिता के व्यवहार से खुश नहीं थी। वे उसे मारते-पीटते भी थे। वह घर से बाहर निकलकर नौकरी करना चाहती थी। नौकरी नहीं मिलने पर वह पुष्पदीप से कोई गलत कदम भी उठाने की बात करती थी।
पुष्पदीप ने यह भी कहा कि संभवत: वह ऐसी बातें इसलिए करती थी कि ताकि वह उसके लिए जल्दी नौकरी तलाश लें। एसआईटी की ओर से इस हत्याकांड मेंं 97 गवाह बनाए गए हैं। पुष्पदीप सहित अब तक 22 लोगों की गवाही हो चुकी है। अगली सुनवाई अब 20 अक्तूबर को होगी।