स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-723 एक बड़े हादसे का शिकार हो सकता था। हवाई जहाज में लगी आग ने सभी की हालत खराब कर दी थी। पटना जिला प्रशासन और एयरपोर्ट अधिकारियों के हाथ पैर कांपने पड़े थे लेकिन महिला पायलट ने सैंकड़ों लोगों की जिंदगी बचाकर इतिहास रच दिया । महिला पायलट ने बड़ी सूझबूझ से जहाज को गंगा नदी के रास्ते में मोड़ा। लेकिन क्रैश लैंडिंग की नौबत नहीं आई और 191 लोगों की जान बचाई।
पटना-दिल्ली फ्लाइट की पायलट इन कमांड कैप्टन मोनिका खन्ना को जैसे ही केबिन क्रू उन्हें आग के बारे में बताया तो उन्होंने सीधे आग लगे इंजन को बंद कर दिया। उस वक्त स्पाइसजेट की इस फ्लाइट में 2 बच्चों समेत 185 यात्री और 6 केबिन क्रू मेंबर भी थे। जहाज ने जब पटना से टेक ऑफ किया था, तो एक यात्री नीचे के नजारे का वीडियो बना रहा था, उसने आग की लपटें देख फौरन केबिन क्रू मेंबर को बताया। फौरन पता चल गया कि इंजन नंबर एक से आग और धुआं निकल रहा है। पायलट मोनिका खन्ना को शक हो गया कि जहाज बर्ड हिट का शिकार हुआ है।
इसके बाद पायलट मोनिका खन्ना ने अपना धैर्य नहीं खोया और उन्होंने प्लेन को पटना में रनवे पर उतारने का फैसला किया।इस ओवरवेट लैंडिंग से पहले पटना एयरपोर्ट पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और क्विक रिस्पॉन्स टीम को तैनात कर दिया गया था। लेकिन देश की बेटी पायलट मोनिका खन्ना की सूझबूझ ने इसमें से किसी की नौबत नही आने दी। इसके बाद के 10 सेकेंड में जो हुआ वो इतिहास में दर्ज हो गया।