‘मेरे वीडियो की वजह से लोग उत्तराखंड को जानते हैं। मेरी वजह से लोग हल्द्वानी को जानते हैं। पहले कोई हल्द्वानी को नहीं जानता था लेकिन अब हल्द्वानी को हर कोई जान रहा है। आज ट्रेंड में हल्द्वानी रह रहा है, उत्तराखंड रह रहा है तो ये काफी प्राउड की बात है।’ कहकर लोगों की अलोचनाओं का सामना कर रहे यूट्यूबर सौरव जोशी ने आखिरकार माफी मांग ली है।
सौरव ने अपने व्लॉग के जरिए लोगों से माफ़ी मांगते हुए कहा कि मेरी मंशा किसी क़ो हर्ट करने की नहीं थी। मैंने ये नहीं कहा की की उत्तराखंड और हल्द्वानी की पहचान मेरी वजह से हुई उनके अनुसार मेरा केवल इतना कहना था की हल्द्वानी क़ो लोग मेरे वीडियो से भी देख रहें हैं। सौरव के अनुसार ये मिसअंडरस्टैंडिंग हुई हैं। अगर किसी का दिल दुखा हैं तो मै माफ़ी मांगता हूँ उन्हें सॉरी कहता हूँ।
दरअसल, हाल ही में सौरभ जोशी ने एक वीडियो शेयर किया। इसमें उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर जागरूकता, साइबर क्राइम के मुद्दे पर एक वीडियो बनाया। ये वीडियो सौरव के वीलॉग चैनल पर 8 दिसंबर को ‘इम्पॉर्टेंट मीटिंग विद पुलिस’ (Important Meeting With Police) टाइटल से अपलोड किया गया था। इस वीडियो में सौरव कुमायूं रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) नीलेश भरणे से मिलने गए थे। उनके साथ कई उत्तराखंड पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी बैठे थे। सब लोग मिलकर महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम पर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से बात कर रहे थे।
इसी वीडियो में सौरव ने कह दिया कि, ‘मेरे वीडियो की वजह से लोग उत्तराखंड को जानते हैं। मेरी वजह से लोग हल्द्वानी को जानते हैं। पहले कोई हल्द्वानी को नहीं जानता था लेकिन अब हल्द्वानी को हर कोई जान रहा है। आज ट्रेंड में हल्द्वानी रह रहा है, उत्तराखंड रह रहा है तो ये काफी प्राउड की बात है।’
सौरभ के हर वीडियो की तरह इस वीडियो को भी लोगों ने देखा लेकिन इस बात पर उत्तराखंड वाले बुरा मान गए। इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि सौरभ के अंदर घमंड आ गया है। लोगों ने कहा कि उत्तराखंड और हल्द्वानी सौरव जोशी के जन्म से पहले का है। ऐसे कोई कैसे कुछ कह सकता है। इस बात पर लोग उन्हें काफी ट्रोल कर रहे हैं। लोगों ने इसे अपने आत्मसम्मान से जोड़ लिया।