उत्तरकाशी: जिस तरह एक मछली पूरे तालाब को गंदा करती है ठीक उसी तरह कुछ अफसरों की लापरवाही पूरी व्यवस्था को चरमरा देती है। लेकिन उत्तराखंड में कुछ ऐसे अफसर मौजूद हैं, जो वक्त वक्त पर मिसाल पेश करते रहते हैं। उत्तरकाशी के डीएम ने भी ऐसा ही कुछ कर के दिखाया है।
दरअसल डीएम द्वारा चारधाम यात्रा की तैयारियों के लिए बुलाई गई बैठक में अनुपस्थित रहे सभी अधिकारियों का वेतन रोक दिया गया है। डीएम ने खुद इनके वेतन को रोकने हेतु निर्देश जारी किए। बता दें कि डीएम मयूर दीक्षित ने कलेक्ट्रेक स्थित सभागार में चारधाम यात्रा की व्यवस्था के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों और सिटी मजिस्ट्रेट्रों की बैठक बुलाई थी। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में करीब सात अधिकारी नहीं पहुंचे थे। जिस वजह से डीएम ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए वरिष्ठ कोषाधिकारी को इन अधिकारियों के मार्च और अप्रैल माह के वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश भर में चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। डीएम मयूर दीक्षित भी इन्हीं तैयारियों में जुटे हुए हैं। वह अपनी टीम के साथ चारधाम यात्रा की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। बता दें कि तीन मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। साथ ही केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को विधि विधान से खुलेंगे।