देहरादून: उत्तराखंड की जनता ने अगले पांच सालों के लिए अपना प्रथिनिधित्व करने के लिए किस पार्टी को चुना है इसका पता आज चल जाएगा। राज्य की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 14 फरवरी को हुए मतदान के लिए वोटों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू हो गई है। राजनीतिक दलों ने ईवीएम में बंद चुनावी नतीजों के सामने आने के बाद बनने वाली संभावित स्थिति के मद्देनजर अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
राज्य में 65 फीसदी से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। बता दें कि बीत दिन पहले आए एग्जिट पोल में भाजपा या कांग्रेस को उत्तराखंड में बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है लेकिन ज्यादातर में दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कांटे की टक्कर या त्रिशंकु विधानसभा की संभावना व्यक्त की है।
वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथ निराशा लगी है। खटीमा विधानसभा सीट से धामी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। उनको कांग्रेस के भुवन कापड़ी ने छह हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। इसके बाद अब फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री बदले जाएंगे।
साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तराखंड विधासनभा चुनाव 2022 में भी अपनी साख बचाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं। हरीश रावत को नैनीताल जिले की लालकुआं विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा है। हरीश रावत 14 हजार से ज्यादा वोटों से हारे हैं। वही भाजपा के मोहन सिंह विश्व में उन्हें हराया है।