बागेश्वर : तहसील कपकोट में जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे की अध्यक्षता में तहसील दिवस आयोजित किया गया। कुल 49 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निस्तारण किया गया। शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को समयबद्ध समाधान हेतु अग्रसारित किया गया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी शिकायत के समाधान में देरी न हो तथा सभी विभाग नियमित रूप से शिकायत पंजी संधारित कर मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।
तहसील दिवस न मुख्यत: स्वास्थ्य, सड़क, विद्युत, कनेक्टिविटी, जलापूर्ति, ब्रिज, भूमि प्रबंधन एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कपकोट आपदा-प्रभावित क्षेत्र है, अतः आपदा संबंधी सभी प्रस्ताव समय से जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को भेजे जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर प्रॉजेक्ट डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड में हो तो ठेकेदार की जिम्मेदारी तय की जाए। आपदा से संबंधित कोई भी क्षतिपूर्ति लंबित न रखी जाए, तथा किसी ठेकेदार द्वारा जनहित कार्यों में बाधा स्वीकार्य नहीं होगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सर्वे के आधार पर किसी भी पात्र वव्यक्ति को आवास उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की देरी न हो, साथ ही अधिकारियों के फील्ड में सक्रिय रहने के आदेश भी दिए। जिलाधिकारी ने सभी योजनाओं के 100% बोर्ड सुनिश्चित करके एक माह के भीतर पुष्टि प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
माननीय विधायक सुरेश गड़िया ने भी तहसील दिवस में प्रतिभाग किया, साथ ही उन्होंने कहा कि कपकोट आपदा प्रभावी क्षेत्र होने के कारण अधिकारियों को दुगुनी मेहनत से कार्य करना होगा।
जिलाधिकारी द्वारा एसटीओ BSNL के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण इश्यू करने का लिए निर्देश दिए गए।
कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष विशाखा खेतवाल, नगर पंचायत अध्यक्ष गीता ऐठानी, एसपी चंद्रशेखर घोड़खे, सीडीओ आर.सी. तिवारी, पूर्व दर्जा मंत्री गोविंद कोरंगा, उपजिलाधिकारी अनिल चिन्याल, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत तथा समस्त जिला स्तरीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।




